भारत का भौगोलिक परिचय । Bharat ki bhogolik sanrachna

भारत का भौगोलिक परिचय 

भारत विश्व की सबसे पुरानी सभ्यताओं में से एक है जिसमें बहुरंगी विविधता और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत है। इसके साथ ही यह अपने-आप को बदलते समय के साथ ढालती भी आई है। आज़ादी पाने के बाद पिछले 67 वर्षों में भारत ने बहुआयामी सामाजिक और आर्थिक प्रगति की है। भारत का भौगोलिक परिचय निम्न प्रकार है -

भारत कृषि में आत्मनिर्भर बन चुका है और अब दुनिया के सबसे औद्योगीकृत देशों की श्रेणी में भी इसकी गिनती की जाती है। साथ ही उन चंद देशों में भी इसका शुमार होने लगा है, जिनके कदम चांद तक पहुंच चुके हैं। भारत का क्षेत्रफल 32,87,263 वर्ग कि.मी. है, जो हिमाच्छादित हिमालय की ऊंचाइयों से शुरू होकर दक्षिण के विषुवतीय वर्षा वनों तक फैला हुआ है। 
     
Bharat ki bhogolik sanrachna

विश्व का सातवां बड़ा देश होने के नाते भारत शेष एशिया से अलग दिखता है जिसकी विशेषता पर्वत और समुद्र ने तय की है और ये इसे विशिष्ट भौगोलिक परिचय देते हैं। उत्तर में वृहत् पर्वत श्रृंखला हिमालय से घिरा यह कर्क रेखा से आगे संकरा होता जाता है। पूर्व में बंगाल की खाड़ी, पश्चिम में अरब सागर तथा दक्षिण में हिन्द महासागर इसकी सीमा निर्धारित करते हैं।
 
पूरी तरह उत्तरी गोलार्ध में स्थित भारत की मुख्यभूमि 8 डिग्री 4 मिनट और 37 डिग्री 6 मिनट उत्तरी अक्षांश और 68 डिग्री 7 मिनट तथा 97 डिग्री 25 मिनट पूर्वी देशान्तर के बीच स्थित है । उत्तर से दक्षिण तक इसकी अधिकतम लंबाई 3,214 कि.मी. और पूर्व से पश्चिम तक अधिकतम चौड़ाई 2,933 कि.मी. है। इसकी ज़मीनी सीमाओं की लंबाई लगभग 15,200 कि.मी. है। जबकि मुख्यभूमि, लक्षद्वीप और अण्डमान तथा निकोबार द्वीपसमूह की तटरेखा की कुल लम्बाई 7,516.6 कि.मी है।

भारत के बारे में भौगोलिक जानकारी ब्यौरे विवरण

स्थान - हिमालय द्वारा भारतीय पेनिसुला का मुख्य भूमि एशिया से अलग किया गया है। देश पूर्व में बंगाल की खाड़ी, पश्चिम में अरब सागर और दक्षिण में हिन्द महासागर से घिरा हुआ है।

भौगोलिक समन्वय - यह पूर्ण रूप से उत्तरी गोलार्ध मे स्थित है, देश का विस्तार 8° 4' और 37° 6' l अक्षांश पर इक्वेटर के उत्तर में, और 68°7' और 97°25' देशान्तर पर है।

स्थायी मान समय - जी एम टी + 05:30

क्षेत्र - 3.3 मिलियन वर्ग किलोमीटर

देश का टेलीफोन कोड - +91

सीमाओं में स्थित देश - उत्तर पश्चिम में अफगानिस्तान और पाकिस्तान, भूटान और नेपाल उत्तर में; म्यांमार पूरब में, और पश्चिम बंगाल के पूरब में बांग्लादेश। श्रीलंका भारत से समुद्र के संकीर्ण नहर द्वारा अलग किया जाता है जो पाल्क स्ट्रेट और मनार की खाड़ी द्वारा निर्मित है।

समुद्रतट - 7,516.6 किलोमीटर जिसमें मुख्य भूमि, लक्षद्वीप, और अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह शामिल हैं।

जलवायु - -भारत की जलवायु को मोटे तौर पर उष्णकटिबंधीय मानसून के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है। परन्तु भारत का अधिकांश उत्तरी भाग उष्णकटिबंधीय क्षेत्र के बाहर होने के बावजूद समग्र देश में उष्णकटिबंधीय जलवायु है जिसमें अपेक्षाकृत उच्च तापमान और सूखी सर्दी पड़ती है। चार मौसम है:

• सर्दी (दिसम्बर-फरवरी)
• गर्मी (मार्च-जून)
• दक्षिण पश्चिम मानसून का मौसम (जून-सितम्बर)
• मानसून पश्च मौसम (अक्तूबर-नवम्बर)

भूभाग - मुख्य भूमि में चार क्षेत्र हैं नामत: ग्रेट माउन्टेन जोन, गंगा और सिंधु का मैदान, रेगिस्तान क्षेत्र और दक्षिणी पेनिंसुला।

प्राकृतिक संसाधन - कोयला, लौह अयस्क, मैगनीज अयस्क, माइका, बॉक्साइट, पेट्रोलियम, टाइटानियम अयस्क, क्रोमाइट, प्राकृतिक गैस, मैगनेसाइट, चूना पत्थर, अराबल लेण्ड, डोलोमाइट, माऊलिन, जिप्सम, अपादाइट, फोसफोराइट, स्टीटाइल, फ्लोराइट आदि।

प्राकृतिक आपदा - मानसूनी बाढ़, फ्लेश बाढ़, भूकम्प, सूखा, जमीन खिसकना।

पर्यावरण - वर्तमान मुद्दे - वायु प्रदूषण नियंत्रण, ऊर्जा संरक्षण, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, तेल और गैस संरक्षण, वन संरक्षण, आदि।

पर्यावरण-अंतर्राष्ट्रीय करार - पर्यावरण और विकास पर रीयो की घोषणा, जैव सुरक्षा पर कार्टाजेना प्रोटोकॉल, जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राज्य ढांचागत कार्य सम्मेलन के लिए क्योटो प्रोटोकॉल, विश्व व्यापार करार, नाइट्रोजन ऑक्साइड के सल्फर उत्सर्जन को कम करने सर उनके ट्रांस बाउन्ड्री फ्लेक्सेस (नोन प्रोटोकॉल) पर एल आर टी ए पी हेन्सिंकी प्रोटोकॉल, वोलाटाइल ऑरगनिक समिश्रण या उनके ट्रांस बाऊन्ड्री फलाक्सेस (वी वो सी प्रोटोकॉल) के उत्सर्जन से संबंधित एल आर टी ए पी के लिए जेनेवा प्रोटोकॉल।

भूगोल-टिप्पणी - भारत दक्षिण एशिया उप महाद्वीप के बड़े भूभाग पर फैला हुआ है।

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